पीएम मोदी पहुंचे कुंभ स्नान करने प्रयागराज जहाज से पहुंचे, स्टीमर से संगम गए; मेले में एंट्री नहीं ली ताकि श्रद्धालु परेशान न हों
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को प्रयागराज कुंभ में त्रिवेणी संगम पर स्नान करने पहुंचे। प्रधानमंत्री SPG के विशेष सुरक्षा घेरे में रहते हैं। उनके लिए VVIP प्रोटोकॉल फॉलो किया जाता है। यानी PM के आने-जाने के दौरान इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी जाती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ।
प्रधानमंत्री की प्रयागराज विजिट का हर पॉइंट मैप में
प्रधानमंत्री के आने-जाने का पूरा रास्ता यमुना पार के इलाके में था।
जबकि मेला नदी के दूसरी ओर लगा हुआ है। सभी 13 अखाड़ों के पड़ाव भी उसी तरफ हैं। लिहाजा स्नान और दर्शन के लिए सभी श्रद्धालु वहीं मौजूद हैं। चूंकि प्रधानमंत्री दूसरी तरफ से आए, इसलिए उनके प्रोटोकॉल के लिए आम लोगों पर पाबंदियां नहीं लगाई गईं। प्रधानमंत्री के विजिट का रूट मैप यहां देखिए
अब सवाल उठ सकता है कि प्रधानमंत्री आए भले ही दूसरी ओर से हों, लेकिन उन्होंने स्नान तो संगम में ही किया। महाकुंभ में आए हर श्रद्धालु की भी इच्छा होती है वह संगम पर पहुंचे और डुबकी लगाए। इसलिए यहां सुबह से रात तक लगातार भीड़ रहती है। तब तो लोगों को दिक्कत हुई होगी।
यह सवाल इसलिए भी, क्योंकि प्रयागराज महाकुंभ में बुधवार सुबह 8 बजे तक करीब 42 लाख श्रद्धालु डुबकी लगा चुके थे। 4000 हेक्टेयर का मेला क्षेत्र 25 सेक्टर में बंटा है। यहां 41 घाट हैं, जहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है। यहां मोदी के स्नान के लिए भी खास प्लान बनाया गया। वे स्टीमर से ही संगम के बीच मौजूद प्लेटफॉर्म पर पहुंचे और डुबकी लगाई। इसके बाद वहीं से अरैल घाट की तरफ लौट गए। इसलिए न रास्ते बंद करने पड़े और न घाट। आम लोग रोज की तरह स्नान करते रहे।
मेला क्षेत्र 4000 हेक्टेयर में, 41 घाटों पर स्नान

यह सवाल इसलिए भी, क्योंकि प्रयागराज महाकुंभ में बुधवार सुबह 8 बजे तक करीब 42 लाख श्रद्धालु डुबकी लगा चुके थे। 4000 हेक्टेयर का मेला क्षेत्र 25 सेक्टर में बंटा है। यहां 41 घाट हैं, जहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है। यहां मोदी के स्नान के लिए भी खास प्लान बनाया गया। वे स्टीमर से ही संगम के बीच मौजूद प्लेटफॉर्म पर पहुंचे और डुबकी लगाई। इसके बाद वहीं से अरैल घाट की तरफ लौट गए। इसलिए न रास्ते बंद करने पड़े और न घाट। आम लोग रोज की तरह स्नान करते रहे।