देश के आदर्श उदाहरण होंगे राष्ट्रीय उद्यानों के पास वन्य जीवों के लिए बनने वाले जू एंड रेस्क्यू सेंटर : मुख्यमंत्री डॉ. यादववन्य जीवों के संरक्षण के लिए जारी रहेंगे हमारे प्रयासजल, थल और नभचर वन्यजीवों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्धता के साथ लिए जा रहे निर्णयप्रदेश में बढ़ाई जा रही है चिड़ियाघरों की संख्या जीवनदायिनी माँ नर्मदा और सहायक तवा नदी में छोड़ेंगे मगरमच्छसतपुड़ा टाइगर रिजर्व के पर्यटक सफारी वाहन और वन विहार के 40 से अधिक ई-व्हीकल किये लोकार्पितवन्यजीव संरक्षण के लिए कर्मचारियों एवं पर्यटन विकास समितियों को पुरस्कार प्रदान किएवन्यजीव-मानव सह-अस्तित्व पर केन्द्रित पुस्तक सहित गिद्धों के संरक्षण

देश के आदर्श उदाहरण होंगे राष्ट्रीय उद्यानों के पास वन्य जीवों के लिए बनने वाले जू एंड रेस्क्यू सेंटर : मुख्यमंत्री डॉ. यादववन्य जीवों के संरक्षण के लिए जारी रहेंगे हमारे प्रयासजल, थल और नभचर वन्यजीवों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्धता के साथ लिए जा रहे निर्णयप्रदेश में बढ़ाई जा रही है चिड़ियाघरों की संख्या जीवनदायिनी माँ नर्मदा और सहायक तवा नदी में छोड़ेंगे मगरमच्छसतपुड़ा टाइगर रिजर्व के पर्यटक सफारी वाहन और वन विहार के 40 से अधिक ई-व्हीकल किये लोकार्पितवन्यजीव संरक्षण के लिए कर्मचारियों एवं पर्यटन विकास समितियों को पुरस्कार प्रदान किएवन्यजीव-मानव सह-अस्तित्व पर केन्द्रित पुस्तक सहित गिद्धों के संरक्षण पर वार्षिक रिपोर्ट का किया विमोचनमुख्यमंत्री ने वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में किया राज्य स्तरीय वन्य जीव सप्ताह-2025 का शुभारंभभोपाल : बुधवार, अक्टूबर 1, 2025, 18:16 ISTमुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि वन्य जीव हमारी प्राकृतिक पूंजी हैं,

जो जंगल और पर्यावरण की रोशनी हैं। मानव और वन्य जीवों का सहअस्तित्व ही प्रकृति के संतुलन का वास्तविक प्रतीक है। हम ‘जियो और जीने दो’ की भावना के साथ सबके जीवन विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। वन्य जीवों के संरक्षण के प्रयास निरंतर जारी रहेंगे। वन्य जीव हमारे लौकिक जगत की अलौकिक धरोहर हैं। ये केवल साधारण जीव नहीं हैं। वे प्रकृति की अद्वितीय रचनाएं हैं, जिनमें एक अद्भुत सौंदर्य, रहस्य और सामंजस्य छिपा है। उनका अस्तित्व मानव सभ्यता और प्रकृति के बीच गहरे संतुलन की जीवित विरासत है। वन्य जीवों की उपयोगिता, सुंदरता और पर्यावरणीय महत्व हमारी साधारण समझ से कहीं अधिक गहरे और दिव्य हैं। ये न केवल हमारे पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखते हैं,बल्कि हमें आध्यात्मिक आनंद, सौंदर्यबोध और जीवन की विविधता का अनुभव भी कराते हैं। इसलिए उनका संरक्षण केवल पारिस्थितिक आवश्यकता नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जिम्मेदारी भी है।मुख्यमंत्री डॉ. यादव बुधवार को वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में राज्य स्तरीय वन्य जीव सप्ताह-2025का शुभारंभ कर संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के पर्यटक वाहन सफारी और वन विहार के 40 से अधिक पर्यटक वाहन (ई-व्हीकल्स) का लोकार्पण किया। साथ ही कार्यक्रम स्थल में भारत