आजाद भारत का सबसे बड़ा आर्थिक सुधार-जीएसटी एक ऐसा महत्वपूर्ण ‘कर सुधार’ है जिसने ‘ईज ऑफ लिविंग’ और ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ को बढ़ावा देने के साथ-साथ ‘एक राष्ट्र-एक कर’ की परिकल्पना

आजाद भारत का सबसे बड़ा आर्थिक सुधार-जीएसटी एक ऐसा महत्वपूर्ण ‘कर सुधार’ है जिसने ‘ईज ऑफ लिविंग’ और ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ को बढ़ावा देने के साथ-साथ ‘एक राष्ट्र-एक कर’ की परिकल्पना को साकार किया। किसी भी सुधार में निरंतरता हो तो वह सदैव प्रवाहमान बना रहता है। यही कारण है अपनी यात्रा के 8 वर्ष पूरे कर 9वे वर्ष में चल रही जीएसटी ने अगली पीढ़ी के सुधार के जरिए नया आयाम जोड़ा है। जीएसटी और जीएसटी काउंसिल, संघीय ढांचे का सबसे अनुपम उदाहरण बनी है, जिसने सरकार, कारोबारियों के साथ आम लोगों को भी बहुत लाभ पहुंचाया है। केंद्र सरकार के स्पीड और स्केल का ही परिणाम है कि जीएसटी प्रणाली में किया गया सुधार देश को एक सरल, पारदर्शी और जनहितैषी कर प्रणाली की ओर ले जानेवाला है जो न केवल आमजन के जीवन में एक बड़ा बदलाव लाएगा, बल्कि व्यापार जगत और समग्र अर्थव्यवस्था को भी नई दिशा प्रदान करेगा।न्यू इंडिया समाचार (1-15 अक्टूबर, 2025) की कवर स्टोरी का विषय ‘नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी सुधार: भारतीय अर्थव्यवस्था के स्वर्णिम युग का आरंभ’ है, जीएसटी सुधारों से मजबूत हो रही भारतीय अर्थव्यवस्था की यात्रा का साक्षी है।इसके अलावा व्यक्तित्व की कड़ी में राजमाता विजयाराजे सिंधिया की जयंती पर कृतज्ञ राष्ट्र का नमन, फ्लैगशिप में स्वच्छ भारत मिशन के 11 वर्ष और परमाणु ऊर्जा पर विशेष आलेख को भी इस अंक में शामिल किया गया हैं। मुझे आशा है कि आपको यह अंक पसंद आएगा।ई-न्यू इंडिया समाचार का नवीनतम अंक, हिन्दी और अंग्रेज़ी के अतिरिक्त 11 भारतीय भाषाओं में भी उपलब्ध है। अपनी पसंदीदा भाषा के लिंक पर क्लिक कर के इस अंक को आप आसानी से पढ़ सकते हैं।शुभकामनाएँ और आभारकंचन प्रसादन्यू इंडिया समाचार की प्रकाशक और महानिदेशककेंद्रीय संचार ब्यूरो (सीबीसी)भारत सरकार