हरदा से बड़ी लापरवाही: हरदा में अजनाल नदी के डूब क्षेत्र में लगाई जा रही विद्युत डीपी, जनहानि का खतरा

बड़ी लापरवाही: हरदा में अजनाल नदी के डूब क्षेत्र में लगाई जा रही विद्युत डीपी, जनहानि का खतरा
हरदा। मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों और ठेकेदार की जुगलबंदी ने शहर के नागरिकों की सुरक्षा को दांव पर लगा दिया है। ताज़ा मामला अजनाल नदी के किनारे का है, जहाँ विभाग द्वारा नदी के बिल्कुल पास और निचले हिस्से में नई विद्युत डीपी (ट्रांसफार्मर) स्थापित की जा रही है।
बाढ़ में करंट फैलने की आशंका
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि मानसून के दौरान अजनाल नदी का जलस्तर बढ़ने से यह पूरा इलाका जलमग्न हो जाता है। ऐसे में यदि नदी किनारे डीपी चालू होती है, तो पानी के संपर्क में आने से पूरे क्षेत्र में करंट फैल सकता है, जिससे किसी बड़ी जनहानि की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
ठेकेदार को फायदा पहुँचाने का खेल?
वार्ड पार्षद प्रदीप सोनी (सेठी) ने इस मामले में विद्युत विभाग के प्रबंधक और जिलाधिकारी को लिखित पत्र देकर अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। पार्षद का आरोप है कि विभाग जानबूझकर ठेकेदार को फायदा पहुँचाने के लिए गलत जगह का चयन कर रहा है। आरोप यह भी है कि निचले इलाके में डीपी लगाने से वह बार-बार खराब होगी, जिसके सुधार के नाम पर ठेकेदार को बार-बार भुगतान किया जाएगा।
जनता में भारी आक्रोश
विभाग की इस हठधर्मिता के खिलाफ वार्ड वासियों में भारी असंतोष है। लोगों का कहना है कि एक ओर सरकार सुरक्षा के दावे करती है, वहीं दूसरी ओर विभाग के अधिकारी ठेकेदार के इशारे पर जनता की जान जोखिम में डाल रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि इस डीपी को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट नहीं किया गया, तो वे उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
इनका कहना है:
”हमने विभाग को लिखित में चेतावनी दी है कि यह स्थान सुरक्षित नहीं है। यदि बारिश में कोई हादसा होता है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी विद्युत मंडल के अधिकारियों की होगी। हम भ्रष्टाचार के इस खेल को बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
— प्रदीप सोनी (सेठी), वार्ड पार्षद
सुझाव: इस न्यूज़ ड्राफ्ट के साथ आप मौके की कुछ तस्वीरें और वार्ड पार्षद के पत्र की फोटो जरूर लगाएं।
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